पिथौरागढ़(आरएनएस)।पिथौरागढ़ के भीमताल में बस दुर्घटना में घायल हुए यात्रियों में सीमांत के नर्सिंग कॉलेज की छात्राएं भी शामिल हैं। बुधवार को ये छात्राएं इस उम्मीद से इस रोडवेज बस में सवार हुईं कि जाड़ों की छुट्टी पड़ने पर जल्द ही वे अपने-अपने घर पहुंचकर परिजनों से मिल सकेंगी, लेकिन रास्ते में सड़क दुर्घटना ने उन्हें घर की बजाए अस्पताल पहुंचा दिया। एक छात्रा की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। उसे आईसीयू में रखा गया है।
नगर के देवसिंह मैदान के समीप स्थित नर्सिंग कॉलेज में प्रदेश के विभिन्न जिलों की युवतियां अध्ययनरत हैं। बुधवार को नर्सिंग कॉलेज कार्यालस से मिली जानकारी के मुताबिक, करीब एक महीने के लिए शीतकालीन अवकाश होने पर 20 छात्राएं घर को निकलीं थीं। इनमें से कई इस रोडवेज बस में सवार होकर अपने घरों को जाने के लिए हल्द्वानी के लिए रवाना हुई थीं। लेकिन वह घर तक पहुंच पातीं उससे पहले ही भीमताल के पास हल्द्वानी से करीब दस किमी पहले यह बस दुर्घटनाग्रस्त होकर खाई में जा गिरी और सभी छात्राएं घायल हो गईं। बस दुर्घटना में घायल छात्राएं अधिकतर हल्द्वानी की ही रहने वाली हैं।
ग्रामीण बने देवदूत, मानव श्रृंखला बनाकर घायलों को निकाला
भीमताल के आमडाली में बस गिरने की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए पुलिस प्रशासन के आने से पहले ही रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया। रस्सी और कपड़ों के साथ ग्रामीण मौके पर पहुंचे और राहत बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस के आने तक एक दो घायलों को ग्रामीण सड़क की ओर ला रहे थे।
स्थानीय मनोज चंद्र ने बताया कि जैसे ही घटना की सूचना मिली तो पूरा ग्रामीण और शहरी इलाका मौके पर पहुंच गया। लोग रस्सियों की मदद से घायलों तक पहुंचे। मानव श्रृंखला बनाकर धोती या अन्य कपड़ों की मदद से घायलों को खाई से सड़क तक लाने का काम शुरू किया।
कमिश्नर ने दिए दिशा निर्देश
दोपहर बाद करीब 4.15 बजे कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत भी एसटीएच पहुंचे। उन्होंने घायलों का हाल जाना। प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी को इलाज के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए। उनके साथ सिटी मजिस्ट्रेट एपी वाजपेयी, एसडीएम परितोष वर्मा, तहसीलदार सचिन कुमार मौजूद रहे।