अल्मोड़ा(आरएनएस)। विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान अल्मोड़ा ने 23 दिसंबर 2024 को स्वच्छता पखवाड़ा के तहत किसान दिवस मनाया। भारत के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर किसान दिवस आयोजित किया जाता है। इस अवसर पर एक संवादात्मक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें अल्मोड़ा जिले के मटीला, खरकिया, पाटिया और ज्योली गांवों की 30 कृषक महिलाओं सहित 35 किसानों ने प्रतिभाग किया। संस्थान के निदेशक डॉ. लक्ष्मी कांत ने अपने संबोधन में कहा कि किसान दिवस, किसानों की प्रतिबद्धता को सम्मानित करने और उनके देश की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानने का अवसर है। उन्होंने किसानों को कृषि को एक लाभकारी व्यवसाय के रूप में देखने के लिए प्रेरित किया और कृषि अभ्यासों और दैनिक जीवन में स्वच्छता बनाए रखने के महत्व को भी रेखांकित किया। कृषि विशेषज्ञ डॉ. आर. पी. मीणा ने कृषि में स्वच्छता बढ़ाने हेतु प्रभावी खरपतवार प्रबंधन रणनीतियों पर चर्चा की। चूंकि यह दिन अंतर्राष्ट्रीय मशरूम दिवस के रूप में भी मनाया जाता है, डॉ. के. के. मिश्रा, पौध रोग विशेषज्ञ ने बदलते जलवायु परिदृश्य में वर्षभर मशरूम उत्पादन पर एक महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया। किसानों को नवीनतम कृषि पद्धतियों से परिचित कराने के लिए किसान ड्रोन योजना के अंतर्गत, वैज्ञानिक डॉ. श्याम नाथ ने कृषि में ड्रोन के उपयोग पर एक लाइव प्रदर्शन दिया। किसानों ने अपने अनुभव और समस्याएं साझा कीं, और वैज्ञानिकों ने समाधान और सिफारिशें दीं। इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत किसानों को प्याज की पौध और कटाई उपरांत प्रौद्योगिकी पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना के अनुसूचित जाति उपयोजना घटक के तहत कृषकों को पॉलीटनल वितरित किए गए। कार्यशाला का समन्वय डॉ. कुशाग्रा जोशी और डॉ. श्याम नाथ ने किया। कार्यक्रम में मनोज भट्ट, शुभम अहलावत, राजेंद्र प्रसाद और मदन सिंह भाकुनी आदि ने योगदान दिया।