बागेश्वर(आरएनएस)। बौराणी मेले में देर रात 27 फीट लंबी चीड़ के छिलकों से निर्मित मशाल लेकर श्रद्धालु सैम मंदिर पहुंचे। इस दौरान भक्तों ने अपने आराध्य के जयकारे लगाए। जिससे पूरा मंदिर परिसर गूंजायमान हो उठा। मंदिर में मशाल पहुंचते ही पूरा क्षेत्र रोशन हो उठा। इस दौरान देवडांगरों ने अवतरित होकर सभी को आशीष दिया। मेले में देर रात तक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। इससे पूर्व भक्तों ने विधि-विधान के साथ पूजा- अर्चना कर आराध्य सैम देवता से क्षेत्र के कल्याण की कामना की। शुक्रवार को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ राजेंद्र सिंह बोरा ने दीप जलाकर किया। उन्होंने कहा कि लंबे समय से बौराणी मेला क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान है। बाद में कलाकारों ने एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। अल्मोड़ा से आए कलाकारों की टीम ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। वहीं महिलाओं ने देर रात तक झोड़ा- चांचरी का आयोजन कर दर्शकों को अपनी संस्कृति से रूबरू कराया। आयोजक मंडल के दीवान सिंह उपाध्याय ने मेले के सफल आयोजन के लिए सभी का आभार जताया।