हल्द्वानी(आरएनएस)। राष्ट्रीय पादप आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो क्षेत्रीय स्टेशन भवाली की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ ममता आर्य को प्लांट साइंस रिसर्च मीट में बायोथिंक-एनएबीएस द्वारा प्रतिष्ठित सर्वश्रेष्ठ कृषि वैज्ञानिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। नैनीताल में कुमाऊं विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में “कृषि, अनुप्रयुक्त और जीवन विज्ञान पर राष्ट्रीय सम्मेलन: पौधा, मानव और पृथ्वी; परस्पर जुड़ाव और स्थिरता” विषय पर प्रमुख विचार-विमर्श किया गया। जिसमें वैश्विक कृषि चुनौतियों के लिए स्थायी और परस्पर जुड़े समाधानों पर ध्यान केंद्रित किया गया। सम्मेलन के दौरान जैव विज्ञान के क्षेत्र में डॉ. आर्य के महत्वपूर्ण योगदान को राष्ट्रीय जैव विज्ञान अकादमी (एनएबीएस) द्वारा औपचारिक रूप से मान्यता दी गई। कृषि और पादप आनुवंशिक अनुसंधान को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से उनका काम फसल विज्ञान और स्थिरता में महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने में सहायक रहा है। सर्वश्रेष्ठ कृषि वैज्ञानिक पुरस्कार के अलावा डॉ. आर्या को नेशनल एकेडमी ऑफ बायोसाइंसेज के फेलो के रूप में चुना गया। जो उनके करियर में एक विशिष्ट उपलब्धि है और वैज्ञानिक समुदाय के भीतर उनके प्रभाव को और मजबूत करता है।
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