अल्मोड़ा(आरएनएस)। आगामी बृहस्पतिवार से शुरू होने वाले द्वितीय अल्मोड़ा लिटरेचर फेस्टिवल की तैयारियाँ ज़ोरों शोरों से से जारी हैं। यह फेस्टिवल 17 से 19 अक्तूबर तक अल्मोड़ा के ऐतिहासिक मल्ला महल में आयोजित होगा। मंगलवार को मल्ला महल में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए फेस्टिवल समिति की अध्यक्ष डॉ वसुधा पंत ने आगामी कार्यक्रम की रूपरेखा साझा की और अलमोड़ा की जनमानस को तहे दिल से फेस्टिवल में आमंत्रित किया। इस कार्यक्रम में देश विदेश से आ रही साहित्यिक एवं सांस्कृतिक जगत की हस्तियाँ प्रतिभाग करेंगी। इसके साथ ही साथ अल्मोड़ा की सांस्कृतिक और साहित्यिक विरासत को विश्व से इस फेस्टिवल के माध्यम से साझा किया जाएगा। कार्यक्रम के प्रथम दिवस में वैश्विक जल संकट, साहित्यकार शेखर जोशी और पहाड़ों में फ़िल्ममेकिंग से जुड़ी चर्चा होगी। सर्वजीत टम्टा के नेतृत्व में कलासमूह हिमाली मौ और रहमत ए नुसरत सुबह और शाम को अपना रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। प्रमुख युवा कवि हर्ष काफ़र अल्मोड़ा के प्रतिभाशाली रचनात्मक युवाओं के लिए ओपन माइक की मेज़बानी करेंगे। छोटे बच्चों के लिए भी कई सारे कार्यक्रम व कार्यशालाएँ आयोजित की जा रही हैं। डॉ पंत ने यह भी बताया कि अल्मोड़ा लिटरेचर फेस्टिवल अल्मोड़ा की साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत को विश्व पटल पर रखने का एक प्रयास है जिसके माध्यम से साथ ही साथ अल्मोड़ा शहर की अर्थव्यवस्था को एक नयी ऊर्जा और पहचान मिल सके। डॉ वसुधा पंत ने कहा कि हमारा प्रयास है कि इस फेस्टिवल के माध्यम से शुरू हुई चर्चाओं के माध्यम से अल्मोड़ा की आर्थिक छवि का भी संवर्धन हो और यहाँ निवेश बढ़े। अल्मोड़ा लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन ग्रीनहिल्स ट्रस्ट द्वारा ज़िला प्रशासन, उत्तराखण्ड पर्यटन विभाग आदि के सहयोग से किया जा रहा है। यहाँ पत्रकार वार्ता में डॉ वसुधा पंत के साथ संयोजक विनायक पंत, रचनात्मक निदेशक आशुतोष जोशी और आयोजक समिति सदस्य डॉ दीपा गुप्ता, भूपेन्द्र वल्दिया, अनुराग कुमार, मनोज गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
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