ऋषिकेश(आरएनएस)। उत्तराखंड के पवित्र धर्मस्थलों का दर्शन कराने के लिए यूटीडीपी (उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद) और आईआरसीटीसी की पहल आखिरकार रंग लाई। विभिन्न राज्यों के यात्रियों को उत्तराखंड के धर्मस्थलों का दर्शन कराने के लिए बदरी केदार श्री कार्तिक स्वामी एक्सप्रेस का संचालन शुरू कर दिया गया है। शनिवार को पहली बार यह ट्रेन मुंबई समेत अन्य प्रदेशों से करीब 270 यात्रियों को लेकर ऋषिकेश पहुंची। जहां यात्रियों का फूल-मालाओं से स्वागत किया गया और उन्हें पहाड़ी व्यंजन परोसे गए। ऋषिकेश से यात्रियों को बदरीनाथ धाम और अन्य धर्मस्थलों के दर्शन के लिए ले जाया गया। शनिवार शाम करीब साढ़े पांच बजे योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर मुंबई से 270 यात्रियों को लेकर कार्तिक एक्सप्रेस ट्रेन पहुंची। यात्रियों के स्टेशन पर उतरते ही उनका फूल-मालाओं से स्वागत किया गया। पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने बताया कि यह 11 दिन की यात्रा है, जिसमें ट्रेन से महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के यात्री पहुंचे हैं। उन्हें पहले ऋषिकेश और फिर केदारनाथ (हेली सर्विस) श्री कार्तिक स्वामी मंदिर दर्शन कराए जाने हैं। यात्रियों ने उत्तराखंडी व्यंजनों का स्वाद लेने के बाद स्टेशन पहुंचने पर राज्य के उत्पादों की तारीफ भी की।
यात्रियों को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं: सीएम
ऋषिकेश। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी संदेश में विभिन्न राज्यों के मेहमानों का स्वागत किया है। कहा कि राज्य सरकार देश के विभिन्न हिस्सों से पर्यटकों को उत्तराखंड में आस्था के केंद्रों और छिपे हुए रत्नों की यात्रा की सुविधा प्रदान कराने के लिए प्रतिबद्ध है। श्री कार्तिक स्वामी मंदिर धीरे-धीरे एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल बनता जा रहा है। सरकार आसपास के गांवों में भी पर्यटक सुविधाएं बढ़ाने की योजना बना रही है।
पर्यटक ट्रेन उत्तराखंड के लिए अहम:महाराज
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि यह पर्यटक ट्रेन उत्तराखंड के व्यंजनों और संस्कृति के साथ-साथ अपने अल्प ज्ञात स्थलों को बढ़ावा देने के लिए किसी भी राज्य सरकार द्वारा देश में पहली तरह की पहल है। ट्रेन का बाहरी हिस्सा उत्तराखंड का एक बहुरूपदर्शक है, जिसमें ट्रेन के कोचों के बाहरी हिस्से पर उत्तराखंड के तीर्थस्थलों, व्यंजनों, प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया गया है।