चम्पावत(आरएनएस)। पूर्णागिरि धाम और लोहाघाट के बाराकोट क्षेत्र में 18 घंटे बिजली गुल रही। इस दौरान पूर्णागिरि में पुजारियों के अलावा श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जबकि बाराकोट में 11 केवि लाइन में करीब सात चीड़ के पेड़ गिर गए। जिस कारण रातभर हजारों की आबादी अंधेरे में रही। गुरुवार दोपहर ऊर्जा निगम ने फॉल्ट खोज दोनों जगहों पर आपूर्ति बहाल की है।बुधवार देर शाम आठ बजे चले तेज अंधड से पूर्णागिरि मार्ग से लगे बाटनागाड़ के पास बिजली के तारों में साल का एक विशालकाय पेड़ गिर गया। जिससे बिजली के दो पोल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। इससे पूर्णागिरि में अंधेरा छा गया। जिस कारण श्रद्धालुओं को संघर्ष करना पड़ा। बूम रेंज के कर्मी रात भर पेड़ को हटाने में जुटे रहे। ऊर्जा निगम के एसडीओ मयंक भट्ट ने बताया कि गुरुवार दोपहर दो बजे बिजली सुचारु होने से राहत मिली। इधर बाराकोट। बाराकोट मुख्यालय में 11 केवी बिजली की लाइन में पेड़ गिरने से काकड़, बिसराड़ी, कठलती, नदेड़ा, भनखोना, चमनपुर, बैड़ा, रैगांव, छुलापें, सूरी, पम्दा, बरदाखान आदि कई क्षेत्र प्रभावित रहे। ऊर्जा निगम के अभियंता अशोक कुंवर ने बताया कि बाराकोट में बिजली की लाइन को ठीक कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि बिजली की लाइन में अलग अलग जगहों पर करीब सात आठ पेड़ गिरे हुए थे।