विनोद जोशी
देहरादून(आरएनएस)। उत्तराखंड में पिछले ढाई वर्ष से कम समय में 3854 महिलाएं, 1134 बालिकाएं गायब हुई हैं। आंकड़ों के अनुसार, 2961 गुमशुदा महिलाएं और 1042 बालिकायें बरामद भी हुईं हैं। जबकि अभी भी 893 महिलायें, और 82 बालिकायें गायब हैं। सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन को पुलिस मुख्यालय ने यह सूचना मुहैया कराई है।
उत्तराखंड में महिला सुरक्षा और महिला अधिकार संरक्षण के कितने भी दावे कर लिये जाएं लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर नजर आती है। यह इस बात से तस्दीक हो रहा है कि पिछले ढाई साल से भी कम समय में गायब 893 महिलायें, और 82 बालिकाओं को पुलिस नहीं खोज पायी, इनके जिन्दा या मुर्दा होने की कोई जानकारी पुलिस के पास नहीं है। उत्तराखंड में जनवरी 2021 से मई 2023 तक 29 माह में 3854 महिलाएं और 1134 बालिकाएं गुमशुदा दर्ज की गईं हैं। इस अवधि में 2961 गुमशुदा महिलाएं और 1042 बालिकाएं बरामद भी हुई हैं। यह चौंकाने वाला खुलासा सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीमउद्दीन ने पुलिस से मांगी थी।
उत्तराखंड के जनपद उधम सिंह नगर के काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन ने उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के लोक सूचना अधिकारी से उत्तराखंड में गुमशुदा व्यक्तियों, महिलाओं, बालक और बालिकाओं के आंकड़ों की सूचना मांगी थी। इसके उत्तर में पुलिस मुख्यालय की लोक सूचना अधिकारी/अपर पुलिस अधीक्षक (कार्मिक) शाहजहां जावेद खान ने यह जानकारी दी।
इस सूचना के अनुसार उत्तराखंड के 13 जिलों और रेलवे (जी.आर.पी. अन्तर्गत) में जनवरी 2021 से मई 2023 तक कुल 3854 महिलाएं गुमशुदा दर्ज की गई हैं। इनमें 2021 में 1494, वर्ष 2022 में 1632 और वर्ष 2023 में मई तक 728 महिलाएं शामिल हैं। इसी अवधि में कुल 1132 बालिकाएं गुमशुदा दर्ज हुई हैं। इनमें 2021 में 404, वर्ष 2022 में 425 और 2023 में मई तक 305 बालिकायें शामिल हैं।
नदीम को उपलब्ध गुमशुदा महिलाओं की बरामदगी के आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2021 से मई 2023 तक कुल 2961 महिलाएं बरामद हुई हैं। इसमें 2021 में 1271, वर्ष 2022 में 1281 और 2023 में मई तक 409 महिलाएं शामिल हैं। इसी अवधि में कुल 1042 गुमशुदा बालिकाएं बरामद हुई हैं जिसमें 2021 में 393, वर्ष 2022 में 403 तथा 2023 में मई तक 246 बालिकाएं शामिल हैं।
गुमशुदा महिलाओं के जिलावार विवरण के अनुसार नैनीताल जिले में 2021 में 168, वर्ष 2022 में 165 और 2023 में मई तक 53 महिलायें गायब हुई हैं। उधमसिंह नगर जिले में क्रमशः 343, 415, 183। इसके अलावा, पिथौरागढ़ जिले में 14, 18 और 7। अल्मोड़ा जिले में 25, 44 और 23, टिहरी जिले में 59, 49 तथा 35। बागेश्वर जिले में 34, 26 तथा 12। पौड़ी जिले में 43, 58 तथा 19।
उत्तरकाशी जिले में 34, 23 तथा 15, देहरादून जिले में वर्ष 2021 में 364, वर्ष 2022 में 430 तथा 2023 में मई तक 163 महिलायें, हरिद्वार जिले में क्रमशः 339, 314 तथा 169, चमोली में 31, 26 तथा 14, चम्पावत जिले में 23, 48 तथा 25, रूद्रप्रयाग जिले में 14, 15 तथा 10 तथा रेलवे क्षेत्र (जी.आर.पी. अन्तर्गत) में वर्ष 2021 में 3, 2022 में 1 तथा 2023 में मई तक शून्य गुमशुदा महिला दर्ज हुई है।
गुमशुदा बालिकाओं के जिलावार विवरण के अनुसार नैनीताल जिले में 2021 में 74, वर्ष 2022 में 63, वर्ष 2023 में मई तक 17 बालिकाएं गुमशुदा दर्ज हुई हैं जबकि जिला उधमसिंह नगर में क्रमशः 133, 146 तथा 49, पिथौरागढ़ में 17, 22 तथा 15, अल्मोड़ा जिले में 10, 13 तथा 9, टिहरी जिले में 23, 18 तथा 12, बागेश्वर जिले में 8, 8 तथा 2, पौड़ी जिले में 5, 8 तथा 7, उत्तरकाशी जिले में 5, 3, तथा 2, देहरादून जिले में वर्ष 2021 में 30 बालिकायें, 2022 में 9 तथा 2023 में मई तक 80 बालिकायें गुमशुदा दर्ज हुई हैं। हरिद्वार जिले में क्रमशः 81, 103 तथा 95, चमोली जिले में 8, 9 तथा 5, चम्पावत जिले में 9, 17 तथा 8, रूद्रप्रयाग जिले में 1, 6 तथा 3, रेलवे क्षेत्र (जी.आर.पी.) में इस अवधि में केवल 2023 में मई तक 1 बालिका गुमशुदा दर्ज हुई हैं
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