विकासनगर(आरएनएस)।मानव और प्रकृति के आपसी संबंधों का पर्व फूलदेई बुधवार को पछुवादून के शिक्षण संस्थानों में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। छात्र-छात्राओं ने स्कूलों की देहरी पर फूल बिखेरे और खुशहाली की मन्नत मांगी। बीते 15 मार्च को फूलदेई पर्व पर विद्यालयों में बोर्ड परीक्षा चल रही थी। लिहाजा शिक्षा विभाग की ओर से 20 मार्च को फूलदेई पर्व मनाने का आदेश जारी हुआ था। इसी आदेश के चलते बुधवार को सुबह से ही विद्यालयों में माहौल बदला हुआ नजर आया। खासकर प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में नौनिहाल हाथों में फूलों की टोकरी लिए हुए उत्साहित नजर आ रहे थे। सुबह प्रार्थना सभा में खुशहाली की मन्नत मांगी। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज बाबूगढ़ में छात्र-छात्राओं ने सुबह पूजा-अर्चना की। इसके बाद प्रत्येक कक्षा की देहरी पर रंग-बिरंगे फूल डाले गए। प्रधानाचार्य कलीराम भट्ट ने फूलदेई पर्व मनाकर मिष्ठान वितरित किया। प्रधानाचार्य ने छात्र-छात्राओं को बताया कि चैत महीने के पहले दिन इस त्योहार को मनाया जाता है। कुछ जगहों पर इसे आठ दिनों तक मनाने की भी परंपरा है। इस पर्व को मुख्य रूप से बच्चों का त्योहार माना जाता है।
बच्चे घर-घर जाकर दहलीज पर चावल, फूल, गुड़ आदि बिखेरते हैं और पारंपरिक गीत गाते हैं। ‘फूल देई छम्मा देई, देणी द्वार भरी भकार… गीत इस मौके पर गाया जाता है। दूसरी ओर सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज नई यमुना कालोनी के छात्र-छात्राओं ने सुबह लोगों के घरों में जाकर उनकी देहरी पर फूल डाले। प्रधानाचार्य अनुसूया प्रसाद जखमोला ने छात्रों को फूलदेई पर्व के महत्व की जानकारी दी। इसके साथ ही प्राथमिक विद्यालय विकासनगर, उच्च प्राथमिक विद्यालय पष्टा समेत सभी शासकीय, अशासकीय, निजी शिक्षण संस्थानों में फूलदेई पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया।
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