उत्तराखण्ड

हल्द्वानी : कर्फ्यू हटा, लेकिन नहीं लौटी रौनक और चहल-पहल

हल्द्वानी(आरएनएस)।   वनभूलपुरा में बवाल के करीब 37 घंटे बाद शहर के अधिकांश हिस्सों से कर्फ्यू हट गया था। रविवार को बाजार खुलने के बाद भी लोगों को आवाजाही बेहद कम रही। बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। बाजार में विभिन्न काम से जुड़े कारीगरों के उपलब्ध न होने से लोगों के काम अटक गए। रोजमर्रा की दुकानें बंद होने से भी लोगों को भटकना पड़ा। हल्द्वानी में अब वनभूलपुरा थाना क्षेत्र और इससे लगे क्षेत्रों में कर्फ्यू है। बाजार खुलने के बावजूद स्थिति सामान्य होने में अभी कुछ वक्त लग सकता है।
अधिकांश दुकानों पर कारीगरों की कमी:  वाहन गैरेज, स्पेयर पार्ट्स, मोबाइल फोन की दुकानों में कारीगरों की कमी देखी गई। इससे लोगों के काम नहीं हो पाए। निर्माण कार्यों से जुड़े कारीगर भी काफी कम उपलब्ध होने से कार्य प्रभावित हो गए हैं। अधिकांश हेयर कटिंग सैलून बंद रहने से लोगों को बाल कटाने के लिए भी भटकना पड़ा। रविवार को अधिकांश नाई की दुकानें बंद रहीं। जिससे लोगों को बाल कटाने और शेविंग के लिए भटकना पड़ा। जहां पर कुछ सैलून खुले उनमें नंबर आने में घंटों लग गए। बताया जा रहा है कि अधिकांश कारीगर वनभूलपुरा क्षेत्र से आते हैं। वहां कर्फ्यू के चलते सभी को समस्या उठानी पड़ रही है।
मरम्मत को दिए वाहन गैरेज में फंसे:  हल्द्वानी में चार पहिया और दोपहिया वाहनों की मरम्मत का अधिकांश काम वर्कशॉप लाइन में ही होता है। इस इलाके में अब भी कर्फ्यू लगा है। जिससे लोगों को वाहनों की मरम्मत कराने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, मरम्मत को गैरेज में दिए गए कई लोगों के वाहन भी फंस गए हैं।
ट्रांसपोर्ट कारोबार को 60 लाख की चपत:   वनभूलपुरा में हिंसा और कर्फ्यू का असर ट्रांसपोर्ट करोबार पड़ा है। ट्रांसपोर्ट नगर से रोज 5 से 6 सौ ट्रक राशन सामग्री लेकर पहाड़ी क्षेत्रों को जाते हैं। देवभूमि ट्रक ऑनर्स वेलफेयर महासंघ के महासचिव ललित मोहन शर्मा ने बताया कि घटना के बाद हल्द्वानी से सिर्फ 10-15 वाहन ही आवश्यक वस्तुओं को लेकर पहाड़ को गए। इस पूरे घटनाक्रम से करीब 60 लाख का नुकसान ट्रांसपोर्ट कारोबारियों को हुआ है। रविवार को मंडी खुलने के बाद कुछ राहत पहुंची। उन्होंने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों से हल्द्वानी आए लगभग 200 ट्रक चालक हल्द्वानी में फंस गए थे, जो रविवार को लौटे। महासंघ अध्यक्ष राकेश जोशी ने वनभूलपुरा में पुलिस टीम पर हुए हमले की निंदा की है।
दुकानों पर कारीगरों का संकट:  ट्रांसपोर्ट नगर में गैरेज और स्पेयर पार्ट्स की दुकानों में मैकेनिकों, कारीगरों का संकट पैदा हो गया है, जिससे वाहनों की मरम्मत आदि कार्य नहीं हो पा रहे हैं। कई चालक-परिचालक भी घटना के बाद से काम पर नहीं आ रहे हैं।

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