चमोली(आरएनएस)। सिखों के हिमालयी तीर्थ श्री हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकालीन अवकाश के लिए 11 अक्तूबर को 1 बजे तीर्थयात्रियों के लिए बंद कर दिए जायेंगे। प्रतिवर्ष हेमकुंड साहिब के कपाट मई में खुलकर अक्तूबर महीने में बंद किए जाते हैं। इस वर्ष 1.75 लाख तीर्थयात्रियों ने हेमकुड साहिब के दर्शन किए हैं। गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमैंट ट्रस्ट को उम्मीद है कि कपाट बंद होने के दिन ढाई हजार से अधिक तीर्थ यात्री मौजूद रहेंगे। अंतिम अरदास एवं सबद कीर्तन के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए ट्रस्ट ने तैयारियां पूरी कर ली है।
गोविन्दघाट पहुंचे ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेन्द्र जीत सिंह बिन्द्रा ने इस वर्ष की सुखद यात्रा पूरा होने पर सभी का आभार जताया है। कहा कि गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमैंट ट्रस्ट आगे भी सभी के सहयोग एवं सुझावों से हेमकुंड यात्रा को और बेहतर बनाने का प्रयास करता रहेगा।
दो माह यात्रा रही बहुत कम आए तीर्थ यात्री: इस वर्ष अधिक बरसात का असर हेमकुंड यात्रा में साफ देखा गया। पूर्व वर्ष तक ढाई से तीन लाख तीर्थ यात्री हेमकुंड पहुंचते थे। लेकिन इस वर्ष अगस्त एवं सितंबर में हुई मूसलाधार बारिश के कारण हेमकुंड की यात्रा काफी प्रभावित हुई। दो माह में काफी कम तीर्थयात्री हेमकुंड पहुंचे। बंद होने लगी यात्रा मार्ग की दुकानेंहेमकुंड के पैदल यात्रा मार्ग में कपाट बंद होने से पहले ही होटल, ढाबे और दुकानें बंद होनी लगी हैं।
बंद होने लगी यात्रा मार्ग की दुकानें: हेमकुंड के पैदल यात्रा मार्ग में कपाट बंद होने से पहले ही होटल, ढाबे और दुकानें बंद होनी लगी हैं।
प्रस्तावित रोपवे से उम्मीद: हेमकुंड की यात्रा के लिए यात्री गोविन्दघाट में रात्रि विश्राम करके 20 किमी की पैदल चढ़ाई चढते हैं। गोविन्दघाट से हेमकुंड तक हेली सेवा भी है। बावजूद तीर्थ यात्री पैदल या घोड़े खच्चर एवं पालकी से ही अधिक यात्रा करना पसंद करते हैं। घांगरिया से हेमकुंड तक लगभग 5 किमी लंबी रोपवे को सरकार से स्वीकृति मिल चुकी है। रापवे तैयार होने के बाद हेमकुंड का तीर्थाटन और बढ़ेगा।
कपाट बंद होने के दिन यह रहेंगे कार्यक्रम
प्रात दस बजे सुखमनी साबह का पाठ
11.30 पर सबद कीर्तन
12.30 पर वर्ष की अंतिम अरदास
12.45 पर मुखवा
दोपहर एक बजे पंच प्यारों की अगुवाई में श्री गुरुग्रंथ साहब को दरबार साहब से सच खंड में सुशोभित किया जायेगा। सच खंड दरबार साहब के नीचे का भाग है।