अल्मोड़ा। नंदा देवी मंदिर एवं गीता भवन समिति की एक बैठक अल्मोड़ा के गणमान्य व्यक्तियों एवं मातृशक्ति के साथ रविवार को आयोजित की गई। वक्ताओं ने कहा कि मां नंदा का मेला पौराणिक व एतिहासिक मेला है। नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र से भारी संख्या में लोग इस नन्दा देवी मेले में भागीदारी करते हैं। बैठक में कुमाऊंनी संस्कृति छोलिया, बैर, भगनोल, झोड़े को प्राथमिकता देने पर भी जोर दिया गया। बैठक में उपस्थित सभी लोगों ने मेले को सफल बनाने के लिए सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक में बताया गया कि विगत वर्ष की मेला समिति ही इस वर्ष मेले का संचालन करेगी तथा समिति में नए सदस्यों को भी जोड़ा जाएगा। 21 सितंबर को कदली को आमंत्रण एवं 22 सितम्बर को बाजार होते हुए मां नन्दा देवी परिसर में कदली वृक्ष लाए जाएंगे। प्राण प्रतिष्ठा कर नंदा देवी की मूर्तियों का निर्माण किया जाएगा। 23 को अष्टमी व 27 को 4 बजे मां की शोभा यात्रा होगी। मेला नंदा परिसर व एडम्स मैदान में आयोजित किया जाएगा। पूजा मंदिर परिसर एवं मल्ला महल में होगी। मेले में झूले व दुकानें सजेंगी। आर्मी का बैंड आकर्षण का केंद्र होगा। उत्तराखंड के गायक हर दिन अपनी गायकी से मेले को आकर्षक बनाएंगे। बैठक की अध्यक्षता आनंद बगडवाल ने और संचालन मुख्य संयोजक मनोज सनवाल ने किया। मंदिर समिति अध्यक्ष ने मेले के बारे में व सांस्कृतिक संयोजक ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बारे में बताया। आनंद बगडवाल ने मेले को सफल बनाए के लिए सभी से सहयोग का आह्वान किया। बैठक में आनंद बगडवाल, मनोज वर्मा, मनोज सनवाल, जीवन नाथ वर्मा, धन सिंह मेहता, निर्मल जोशी, अनूप साह, हरीश बिष्ट, किशन गुरूरानी, दिनेश साह, अर्जुन बिष्ट, कुलदीप, मंटू पलनी, नवीन बिष्ट, सभासद अमित साह, उदय किरोला आदि शामिल रहे।