नई दिल्ली। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को नए मैनपावर मुख्य रूप से यात्री यातायात की बढ़ती मात्रा, मौजूदा हवाई अड्डों का विस्तार और नए निर्माण की वजह से दी गई है। सीआईएसएफ के विशेष विमानन सुरक्षा समूह (एएसजी) को यात्रियों के बढ़ते भार को पूरा करने और मौजूदा सुविधाओं के विस्तार के लिए पिछले 18 महीनों में 6,500 से अधिक कर्मियों की बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है। एएसजी देश के 66 नागरिक हवाई अड्डों की सुरक्षा करता है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नए कर्मियों के आवंटन के साथ, आतंकवादी, अपहरण और तोड़फोड़ के खतरों के खिलाफ नागरिक हवाई अड्डों को सुरक्षित करने के लिए तैनात इस इकाई की कुल ताकत अब कमांडो-प्रशिक्षित सैनिकों सहित लगभग 37,000 पुरुषों और महिलाओं की है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को नए मैनपावर मुख्य रूप से यात्री यातायात की बढ़ती मात्रा, मौजूदा हवाई अड्डों का विस्तार और नए निर्माण की वजह से दी गई है। इन 6,500 कर्मियों में से कुछ को बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए हवाई अड्डों पर तदर्थ या अस्थायी तरीके से तैनात किया जा रहा है। विमानन सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने बताया कि पहले उन्हें सीआईएसएफ के अन्य इकाइयों से बुलाया जा रहा था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछले डेढ़ साल में क्रमिक तरीके से इन पदों को मंजूरी दी है ताकि लगभग 6,500 कर्मियों को एएसजी में स्थायी रूप से शामिल किया जा सके। एएसजी विमानन सुरक्षा प्रक्रियाओं में प्रशिक्षित और वर्तमान में सीआईएसएफ कवर के तहत 66 हवाई अड्डों पर सुरक्षा कर्तव्यों के लिए तैनात हैं। सूत्रों ने कहा कि नए कर्मियों में से लगभग 1,700 कर्मियों को बेंगलुरु के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए और 1,400 को दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए रखा गया है।
बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को पिछले नवंबर में एक नया टर्मिनल मिला, जबकि इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पिछले कुछ वर्षों में यात्री यातायात में वृद्धि और टर्मिनलों का विस्तार देखा गया है। एएसजी को ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश) के जेवर और महाराष्ट्र के नवी मुंबई में आगामी ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों पर अपने सशस्त्र कर्मियों को तैनात करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी भी दी गई है। दोनों हवाई अड्डों में से प्रत्येक में लगभग 4,000 सीआईएसएफ कर्मियों की तैनाती होगी। सूत्रों ने कहा कि इन दोनों हवाईअड्डों के लिए मैनपावर की मंजूरी अलग से की जाएगी और इसके लिए एक प्रस्ताव अभी तैयार किया जा रहा है। भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते विमानन बाजारों में से एक है और घरेलू एयरलाइंस से जून में लगभग 1.25 करोड़ यात्रियों ने यात्रा की है। यह एक साल पहले की अवधि की तुलना में लगभग 19 प्रतिशत ज्यादा है।