उत्तराखण्ड

हरिद्वार : सचिव, कृषि एवं कृषक कल्याण दीपेन्द्र चौधरी ने ली अतिवृष्टि एवं जलभराव से हुये नुकसान की जानकारी

हरिद्वार।  कृषि एवं कृषक कल्याण मन्त्री गणेश जोशी द्वारा जनपद हरिद्वार में अतिवृष्टि एवं जलभराव के कारण कृषि एवं उद्यान फसलों को हुये नुकसान के आंकलन हेतु दिये गये निर्देशों के क्रम में सचिव, कृषि एवं कृषक कल्याण दीपेन्द्र चौधरी द्वारा जनपद हरिद्वार में दिनांक 27.07.23 से 28.07. 2023 तक दो दिवसीय भ्रमण किया गया। इस भ्रमण में सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण द्वारा कृषि, उद्यान, गन्ना विभाग के अधिकारियों के साथ जनपद हरिद्वार में अतिवृष्टि से प्रभावित फसलों – धान, ज्वार चारा, गन्ना एवं सब्जी की फसलों का तहसील हरिद्वार के ग्राम-पथरी, सहदेवपुर, दिनारपुर एवं तहसील लक्सर के ग्राम- सुभाषगढ, ऐथल, सेठपुर, बहादरपुर खादर बुक्कनपुर, मुण्डाखेडाकलां, अकोढाकलां, खडंजाकुतुबपुर, सामली, बसेडीखादर, कान्हैवाली, पौडोवाली, डेरियो, मिर्जापुर मोहनावाला, बादशाहपुर, खानपुर, प्रहलादपुर, गोवर्धनपुर में स्थलीय भ्रमण करते हुये, क्षति का जायजा भी लिया गया। साथ ही अतिवृष्टि से क्षति हुयी फसलों से प्रभावित कृषकों के साथ वार्ता भी की गयी। सचिव कृषि के निर्देशानुसार महानिदेशक कृषि रणवीर सिंह चौहान द्वारा कृषि एवं उद्यान विभाग के अधिकारियों के साथ छापुरशेर अफगानपुर, खेलपुर, रूहालकी दयालपुर, टिकौलाकलां, सुसाडी, मुण्डलाना, आमखेडी, गाधारोडा, सिकारपुर, बेलडी ग्रामों का भ्रमण करते हुये नुकसान का जायजा लिया गया। सचिव कृषि द्वारा क्षति के आंकलन हेतु उपजिलाधिकारी हरिद्वार एवं लक्सर सहित कृषि, उद्यान एवं गन्ना विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि अतिवृष्टि से प्रभावित प्रत्येक ग्राम का आंकलन नियमानुसार प्रभावी ढंग से किया जाना सुनिश्चित करें ताकि कोई भी प्रभावित कृषक छूटने न पाये। अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि अतिवृष्टि से प्रभावित ग्रामों में फसलों की क्षति का आंकलन किये जाने हेतु जिलाधिकारी द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में जनपद में 122 टीमों का गठन किया गया है, जिनके द्वारा ग्राम स्तर पर जाकर क्षति का आंकलन किया जा रहा है। शीघ्र ही गठित टीमों प्राप्त रिपोर्ट संकलित कर सूचना शासन को प्रेषित कर दी जायेगी। स्थलीय भ्रमण के दौरान कृषकों द्वारा गन्ना फसल का कोटा प्रभावित होने की आशंका सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण के समक्ष रखी गयी, साथ ही कृषकों द्वारा खेतों में जलभराव से निजात पाने दिलाने हेतु नाले साफ करवाने एवं खुदवाने की मांग रखी गयी तथा किसान क्रेडिट कार्ड पर लगने वाले ब्याज को भी राहत में शामिल किये जाने की मांग की गयी । सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण द्वारा कृषकों को आश्वस्त किया गया कि कृषकों के सम्बन्धित प्रस्ताव शासन के समक्ष प्रभावी ढंग से रखा जायेगा, कृषकों की आशंकाओं का समाधान किया जा सके। भ्रमण के दौरान कृषि निदेशक के०सी० पाठक, अपर कृषि निदेशक डा० परमाराम, डा० आर०के०सिंह, डा० ऐ०के० उपाध्याय, स्टाफ आफिसर महानिदेशक दिनेश कुमार सहित मुख्य कृषि अधिकारी विजय देवराडी एवं मुख्य उद्यान अधिकारी ओमपाल सिंह सहित नरेन्द्र यादव, रजनीश कुमार एवं अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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