अल्मोड़ा। गुरिल्ला जनजागरण रथयात्रा के 34 दिन के बाद गैरसैंण में आयोजित विशाल समापन रैली के बाद अल्मोड़ा पहुंचे संगठन के केन्द्रीय अध्यक्ष ब्रह्मा नन्द डालाकोटी ने प्रेस को विज्ञप्ति जारी की। उन्होंने यात्रा को सफल बताते हुए कहा कि लंबे समय से चल रहे आंदोलन तथा विगत वर्षों में कोरोना महामारी के चलते जो गुरिल्ले निराशा-हताशा के चलते घरों में बैठ गये थे, उनमें नव चेतना का संचार हुआ है तथा वे पुनः संगठित हो अपने हकों के लिए कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष को तैयार हैं। आगामी कार्यक्रमों की घोषणा करते हुए डालाकोटी ने बताया कि, गुरिल्लों की केन्द्रीय कमेटी का एक शिष्टमंडल 30 जुलाई को दिल्ली रवाना होगा तथा तीन दिन दिल्ली में सांसदों से मुलाकात करेगा तथा मंत्रियों से भी मुलाकात के समय की मांग करेगा। उसके बाद 9 अगस्त को देहरादून मुख्यमंत्री आवास घेराव के कार्यक्रम की तैयारी हेतु गुरिल्ला प्रतिनिधि देहरादून में डेरा डालेंगे और उत्तराखंड के सभी जिलों से गुरिल्लों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। साथ ही अन्य नजदीकी राज्यों के गुरिल्लों को भी देहरादून में भागीदारी कराएंगे। एक माह से अधिक समय तक चली रथयात्रा का यही वास्तविक लिटमस टेस्ट होगा।