विकासनगर। पूर्व सैनिक पर्वतीय जन कल्याण समिति की रविवार को बहादरपुर में संपन्न हुई बैठक में ओआरओपी की विसंगतियां दूर नहीं किए जाने पर नाराजगी जताई गई। पूर्व सैनिकों ने कहा कि सीमाओं की रक्षा करने के बाद सेवानृवित्त होने पर सरकार उनकी उपेक्षा कर रही है। बैठक की अध्यक्षता करते हुए निरंजन सिंह चौहान ने कहा कि बीती 20 फरवरी से पूर्व सैनिक वन रैंक वन पेंशन के लिए दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं। बावजूद इसके केंद्र सरकार उनकी सुध नहीं ले रही है। कहा कि जवानों ने विषम भौगोलिक परिस्थितियों में देश की सीमाओं की रक्षा की। अब उन्हीं जवानों को अब अपने अधिकारों के लिए धूप, बरसात में धरना देना पड़ रहा है। कहा कि सरकार को पता है कि पेंशन में विसंगतियां हैं, फिर भी सरकार आंखों पर पट्टी बांधकर पूर्व सैनिकों की उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि सैनिक हमेशा दुश्मनों के खिलाफ जंग लड़ते हैं, लेकिन केंद्र सरकार अब उन्हें अपनी ही सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ने को मजबूर किया जा रहा है। कहा कि सैनिकों को हर परिस्थिति से निपटना आता है। कहा कि अब वक्त आ गया है, जब अपने अधिकार के लिए एकजुट होकर आंदोलन शुरू किया जाए। इस दौरान खड़क सिंह सामंत, सूर्य बहादुर राणा, भगवान आले, सुरेंद्र सिंह गुसाईं, मोहन थापा, दिल बहादुर, धनंजय बिष्ट, सत्यपाल बर्थ्वाल, आनंद बिष्ट, शीशपाल सिंह, ताजवर रावत आदि मौजूद रहे।
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