अनुराग गुप्ता
ऋषिकेश। भारत की अध्यक्षता में तीसरी जी-20 इंफ्रास्ट्रक्चर कार्य समूह की बैठक सोमवार सुबह योग से शुरू होगी। उत्तराखंड के नरेंद्रनगर में तीसरी जी-20 इंफ्रास्ट्रक्चर कार्य समूह की बैठक में बुनियादी ढांचे के निवेश के विभिन्न पहलुओं पर मंथन होगा। पहले दिन एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट बैंक के साथ साझेदारी में टिकाऊ शहरों के रोडमैप पर चर्चा होगी। रविवार को नरेन्द्रनगर स्थित होटल वेस्टिन में पत्रकार वार्ता में केंद्रीय वित्त मंत्रालय के संयुक्त सचिव, सोलोमन अरोकियाराज ने कहा कि जी-20 समिट में सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के कुल 63 प्रतिनिधि 2023 इंफ्रास्ट्रक्चर एजेंडा पर पहले दो समिट में हुई चर्चा को आगे बढ़ाएंगे। इससे पहले पहला समिट पुणे और दूसरा विशाखापटनम में हो चुका है। बताया कि जी-20 इंफ्रास्ट्रक्चर कार्य समूह बुनियादी ढांचे के निवेश के विभिन्न पहलुओं पर विचार विमर्श करेगा। इसमें बुनियादी ढांचे को परिसंपत्ति वर्ग के रूप में विकसित करने के साथ वित्तीय संसाधन जुटाने के लिये नवीन उपकरणों की पहचान की जायेगी। नरेंद्रनगर में हो रही तीसरी आईडब्ल्यूजी बैठक में कल के शहरों का वित्त पोषण समावेशी, लचीला और टिकाऊ बनाने पर चर्चा होगी। पहले दिन 26 जून को एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट बैंक के साथ साझेदारी में टिकाऊ शहरों के रोडमैप पर उच्चस्तरीय सेमिनार आयोजित होगा। तीन सत्रों में होने वाली चर्चा से जी-20 के निर्णय निर्माताओं को तीव्र शहरीकरण समावेशिता, प्रौद्योगिकी, इंफ्राटेक और डिजिटलीकरण की भूमिका की खोज के साथ जलवायु परिवर्तन से लेकर बुनियादी ढांचे के लचीलेपन तक की प्रमुख चुनौतियों पर चर्चा होगी। जबकि 27 जून को भारत को एमआरओ हब बनाने पर एक सेमिनार होगा। इसमें एमआरओ क्षेत्र में भारत द्वारा पेश किए जाने वाले अवसरों पर चर्चा करने का एजेंडा शामिल है। जी-20 में आने वाले प्रतिनिधि उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत का आनंद लेने के साथ स्थानीय व्यंजनों का स्वाद भी लेंगे। इसी दिन रात्रि भोज में संवाद की भी मेजबानी की जायेगी। डेलीगेटस को उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति और प्राकृतिक छटा का अनुभव भी करवाया जायेगा। 28 जून को ओणी गांव का भ्रमण करने के बाद ऋषिकेश त्रिवेणी घाट पर गंगा आरती भी करवाई जायेगी। इस अवसर निदेशक वित्त जितेन्द्र राज और अमन गर्ग आदि मौजूद रहे।