विकासनगर। प्रशासन की ओर नदी, नालों की जमीन के नाम पर सदियों पुरानी बसी बस्तियों को उजाड़ने के खिलाफ अब आवाज मुखर होने लगी है। मंगलवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालय में प्रदर्शन कर प्रशासन की कार्रवाई पर विरोध जताया। तहसील मुख्यालय में प्रदर्शन करने पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं का नेतृत्व कर रही जिलाध्यक्ष लक्ष्मी कपरुवाण अग्रवाल ने कहा कि उत्तराखंड सरकार वर्तमान में हिटलरशाही की परिचायक बनी हुई है। सरकार अतिक्रमण के नाम पर सदियों पुरानी बसी बस्तियों पर बुलडोजर चलाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जगह-जगह जिस तरह से प्रशासन बेलगाम होकर गरीबों को उजाड़ रही है, यह कार्रवाई विचलित कर देने वाली है।
कहा कि उत्तराखंड सरकार पूरी तरह से असंवेदनशील हो चुकी है, जिन्हें भी उजाड़ा जा रहा है उनके घर, दुकानों में पानी, बिजली के वैध कनेक्शन है। उन्हें सरकारी राशन भी दिया जाता है फिर भी उन्हें अतिक्रमणकारी कहकर उजाड़ने पर तुली है। स्थानीय प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा कोर्ट में सही तथ्य प्रस्तुत नहीं किए गए, जिसका खामियाजा सदियों से बसी बस्तियों के बाशिंदों को भुगतना पढ़ रहा है। कहा कि हाईकोर्ट के आदेश नदी पर हुए अतिक्रमण को खाली कराने के लिए दिए गए हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन द्वारा गलत तथ्य पेश किये जाने से विकासनगर, हरबर्टपुर की जनता के सामने संकट पैदा हो गया है।
प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द इस अभियान को नहीं रोका गया और जो लोग उजाड़े गए हैं, उन सबको बसाने का काम नहीं किया गया तो कांग्रेस स्थानीय लोगों के साथ विशाल धरना प्रदर्शन करेगी। प्रदर्शन करने वालों में पीसीसी सदस्य संजय जैन, पूर्व जिला महासचिव राजीव शर्मा, विकास शर्मा, बीना शर्मा, अभिनव ठाकुर, आशीष पुंडीर, भास्कर चुग, शहजाद अली आदि शामिल रहे।