parvatshanklp,07,05,2023
पीरियड्स एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिससे हर महिला को गुजरना पड़ता है। यह कभी-कभी बहुत कष्टदायक साबित होते हैं और इस दौरान महिलाओं को पेट में दर्द और ऐंठन जैसी समस्याओं के साथ-साथ मानसिक बदलावों का भी सामना करना पड़ता है। हालांकि, जब पीरियड की ऐंठन को कम करने की बात आती है तो रात की अच्छी नींद लेना गेम-चेंजर हो सकता है। आइए आज हम आपको पीरियड्स की ऐंठन को कम करने वाली 5 सोने की मुद्रा बताते हैं।
भ्रूण की स्थिति में सोना
अमूमन महिलाएं पीरियड्स की ऐंठन से राहत पाने के लिए अक्सर दर्द निवारक दवाइयां लेती हैं। हालांकि, इससे उनकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसकी बजाय भ्रूण की अवस्था में सोना बेहतर हो सकता है। इसके लिए अपने घुटनों को अपनी छाती की तरफ घुमाएं। इससे पेट की मांसपेशियों पर दबाव कम पड़ता है और ऐंठन कम होने लगती है। इसी तरह इस अवस्था में सोने से नींद भी बहुत अच्छी आती है।
पेट के बल सोना
यह स्थिति त्वचा के लिए अच्छी नहीं मानी जाती है, लेकिन पीरियड्स की ऐंठन को दूर करने के लिए यह सबसे अच्छी अवस्था है। बेहतर होगा कि आप इसके लिए अपने कमर वाली जगह से थोड़ा नीचे की ओर ओर एक तकिया लगाकर फिर पेट के बल सोएं। इससे गर्भाशय पर दबाव कम पड़ेगा और पेट की ऐंठन को कम करने में भी मदद मिल सकती है। ये 5 चाय भी पीरियड्स के दर्द से छुटकारा दिला सकती हैं।
घुटनों के नीचे तकिया लगाकर अपनी पीठ के बल सोएं
यदि आप अपने घुटनों के नीचे तकिया रखते हैं तो आपके लिए पीठ के बल सोना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है, जो पीरियड्स के दौरान पीठ और पेट पर पडऩे वाले खिंचाव को कम करने में मदद करता है। हालांकि, अगर आपको इस अवस्था में सोने से पीठ या पेट पर अधिक खिंचाव महसूस हो तो इस स्थिति में सोने से बचें। इसकी बजाय अपनी पीठ के नीचे तकिया रखकर सोएं।
पीठ के बल सोएं
बेशक पीठ के बल सोने से आपको थोड़ी परेशानी हो, लेकिन इस मुद्रा में सोने से न सिर्फ पीरियड्स की ऐंठन कम होगी, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य से जुड़े कई लाभ मिलेंगे। पीठ के बल सोने पर रीढ़ की हड्डी का सपोर्ट मिलता है और गले में दर्द नहीं होता। इस मुद्रा में सोने से पाचन भी अच्छा रहता है। इसके अलावा ऐसे सोने से त्वचा संबंधी समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है। पीरियड्स के दौरान त्वचा का ऐसे ध्यान रखें।
सही होना चाहिए सोने का वातावरण
अपनी नींद की स्थिति को बदलने के अलावा अपने सोने के वातावरण को ठीक करने से भी पीरियड्स की ऐंठन को