हरिद्वार, parvatsankalp,05,12,2022
युवा भारत साधु समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत शुभम महाराज ने प्रधानमंत्री व गृहमंत्री से पूरे देश में धर्मांतरणरोधी कानून लागू करने की मांग की है। चेतन ज्योति आश्रम में संतों की बैठक में उत्तराखण्ड में धर्मांतरणरोधी कानून लागू करने पर मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी का आभार व्यक्त करते हुए संतों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह से पूरे देश में धर्मांतरणरोधी कानून लागू करने की मांग की। पत्रकारों को जानकारी देते हुए महंत शुभम महाराज ने कहा कि धर्मांतरणरोधी कानून पारित करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बधाई व साधुवाद के पात्र हैं। उत्तराखण्ड में धर्मांतरणरोधी कानून लागू कराने में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानन्द भी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि देश में जबरन धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार को पूरे देश में सख्त धर्मांतरणरोधी कानून लागू करना चाहिए। जिससे धर्मांतरण पर रोक लग सके। सख्त कानून लागू करने से ही धर्मांतरण पर रोक लगायी जा सकती है। महंत शुभम महाराज ने कहा कि देश में महिलाओं के प्रति लगातार बढ़ रहे अपराधों को रोकने के लिए भी सख्त कानून लागू किए जाने की आवश्यकता है। सख्त कानून से ही धर्मांतरण व लव जेहाद जैसी घटनाओं पर विराम लगेगा। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह को धर्मांतरण पर रोक लगाने व महिलाओं को अपराध व उत्पीड़न से बचाने के लिए केंद्रीय स्तर पर कड़ा कानून बनाना चाहिए। उन्होंने युवा वर्ग से अपील करते हुए कहा कि किसी बहकावे ना आएं। अपने परिवार व अपनी संस्कृति से जुड़े रहें। सावधान व सचेत रहकर ही हिंदू धर्म के प्रति चल रहे षडयंत्रों का नाकाम किया जा सकता है। संत समाज युगों युगों से समाज को धर्म व अध्यात्म की शिक्षा प्रदान कर रहा है। युवा पाश्चात्य संस्कृति का परित्याग कर संत समाज के सानिध्य में सनातन धर्म व संस्कृति का ज्ञान प्राप्त करें और उसके अनुसार आचरण करें। महंत शुभम महाराज ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अंकिता हत्याकांड के दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग करते हुए कहा कि बेटियां देश व समाज का गौरव हैं। बेटियों पर अत्याचार करने वालों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने कहा कि धर्मांतरणरोधी कानून व महिलाओं को अपराधों से बचाने के लिए कड़ा कानून आज की आवश्यकता है। इस संबंध में सरकार को तेजी से कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि यूपी, उत्तराखण्ड में धर्मांतरणरोधी कानून लागू होने के बाद इसे देश के सभी राज्यों में लागू किया जाना चाहिए। इस अवसर पर स्वामी हरिहरानंद, महंत दिनेश दास, महंत निर्मलदास, स्वामी नित्यानन्द, महंत गोविंददास, महंत प्रह्लाद दास, महंत प्रेमदास, महंत सुतिक्ष्ण मुनि, स्वामी विवेकानन्द, महंत रामानंद आदि संत मौजूद रहे।