रुद्रपुर, Parvatsankalp,10,10,2022
कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश रचने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। साजिश में शामिल किच्छा के एक तांत्रिक के पास से हत्या के लिए एडवांस के तौर पर दी गई रकम में से 2.70 लाख रुपये भी पुलिस ने बरामद किए हैं। सीओ ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि काबीना मंत्री की हत्या की साजिश रचने वाले हीरा सिंह निवासी कोटा फार्म सिसौना सितारगंज, सतनाम सिंह उर्फ सत्ता निवासी सिरसा फार्म बहेड़ी, हरभजन सिंह निवासी सितारगंज और मोहम्मद अजीज उर्फ गुड्डू निवासी किच्छा को सोमवार तड़के तीन बजे नकटपुरा तिराहे सितारगंज से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपी हीरा सिंह कैबिनेट मंत्री बहुगुणा से अवैध खनन का धंधा बंद होने के बाद से रंजिश रखने लगा था। इसके बाद हीरा सिंह सरकारी जमीन पर गेहूं चोरी मामले में हल्द्वानी जेल गया तो वहां पहले से बंद सतनाम उर्फ सत्ता से उसकी मुलाकात हुई।
यहीं हीरा सिंह ने सत्ता के साथ मंत्री को मारने की साजिश बनानी शुरू की। साजिश में सत्ता ने अपने तीन साथियों को भी शामिल किया। सत्ता के ये सभी साथी जेल से बाहर थे। हीरा सिंह जेल से छूटते ही अन्य आरोपी हरभजन सिंह और किच्छा के तांत्रिक अजीज उर्फ गुड्डू से मिला। इसके बाद तीनों ने मिलकर साजिश को अंतिम रूप दिया। बीस लाख रुपये में हत्या का पूरा सौदा हुआ।
हीरा सिंह ने इसमें 5.70 लाख रुपये एडवांस भी दे दिए। शेष रकम काम होने के बाद देने पर सहमति बनी। इसके बाद हीरा सिंह खुद ही कैबिनेट मंत्री बहुगुणा की रैकी करने लगा। वह मंत्री के कार्यक्रमों में और उनकी गतिविधियों की जानकारी अजीज उर्फ गुड्डू को देता। हालांकि ये लोग अपने नापाक इरादों में कामयाब हो पाते इससे पहले ही मंत्री को अपने शुभचिंतक के जरिये इस साजिश की भनक लग गई।
रविवार को जैसे ही मामला सामने आया पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। वीआईपी मामला होने के चलते पुलिस ने तेजी दिखाते हुए चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने हीरा सिंह की स्विफ्ट कार भी सीज कर दी है।
मामले की जांच कोतवाली प्रभारी भारत सिंह को सौंपी गई है। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में कोतवाली प्रभारी भारत सिंह, एसएसआई विनोद फत्र्याल, एसआई कविंद्र शर्मा, चंदन बिष्ट, जगदीश तिवारी, कपिल कुमार, नरेंद्र यादव, बलवंत सिंह, भारत भूषण, विनीत कुमार, एसओजी के भूपेंद्र आर्य शामिल रहे।