शिमला,29,06,2022
हिमाचल प्रदेश में बुधवार को झमाझम बारिश के साथ दक्षिण पश्चिम मानसून पहुंचेगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि प्रदेश में 24 घंटों के भीतर मानसून के प्रवेश करने की प्रबल संभावना है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मानसून के सामान्य रहने का पूर्वानुमान है। प्रदेश में लगातार चार दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश के सभी क्षेत्रों में बुधवार और गुरुवार को भारी बारिश और अंधड़ का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। मंगलवार को शिमला, मंडी, कांगड़ा और हमीरपुर जिला के कई क्षेत्रों में बादल बरसे। 2 जुलाई तक प्रदेश में भारी बारिश और अंधड़ की चेतावनी जारी की गई है।
उधर, चंबा-किलाड़ मार्ग पर साच दर्रे के पास बोलेरो गाड़ी पर चट्टानें गिरने से तीन लोग घायल हो गए। घायलों को तीसा अस्पताल में उपचार देने के बाद मेडिकल कॉलेज चंबा रेफर किया गया है। सोमवार रात को भी प्रदेश में कई इलाकों में बारिश हुई। राजधानी शिमला में मंगलवार सुबह बारिश हुई। हालांकि दिन भर बादल छाए रहे। दोपहर के समय कुछ देर के लिए हल्की धूप भी खिली। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021 में 13 जून को मानसून हिमाचल पहुंचा था। सामान्य से 13 दिन पहले दक्षिण पश्चिम मानसून ने हिमाचल में दस्तक दी थी। 10 फीसदी कम बारिश के साथ हिमाचल प्रदेश से आठ अक्तूबर 2021 को मानसून विदा हुआ था। बीते वर्ष सामान्य से 14 दिन बाद मानसून की विदाई हुई थी।
28 जून तक किस जिले में कितनी बारिश
इस वर्ष 1 से 28 जून तक प्रदेश में 46.4 मिलीमीटर बारिश हुई है जबकि इस अवधि में 90 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। 28 जून तक चंबा जिले में सामान्य से 37 फीसदी, लाहौल-स्पीति 70, कांगड़ा 51, कुल्लू 28, मंडी 52, हमीरपुर 2, ऊना 42, बिलासपुर 47, शिमला 39, सोलन 41 और सिरमौर में 68 फीसदी तक कम बारिश दर्ज हुई है।
पर्यटकों को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह
मौसम विभाग के अनुसार भारी बारिश के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की संभावना है। ऐसे में पर्यटक व स्थानीय लोग संबंधित विभागों की ओर से जारी एडवाइजरी और दिशा-निर्देशों का पालन करें। प्रशासन को पर्याप्त सुरक्षा उपाय करने की सलाह दी गई है। बरसात के मौसम में अचानक बाढ़ आने व भूस्खलन का खतरा बना रहता है। पर्यटकों को नदियों, नालों और खड्डों की ओर रुख नहीं करने को कहा गया है। पर्यटकों को प्रशासन की ओर से समय-समय पर जारी एडवाइजरी का पालन करने को कहा गया है। प्रशासन की सलाह व मौसम की अनुकूल स्थिति के अनुसार ही अपनी यात्रा प्लान करें। अनावश्यक यात्रा करने से बचें। फोटो और सेल्फी लेने के लिए जान जोखिम में डालकर नदी-नालों में न जाएं। कुल्लू जिले में प्रशासन ने नियमों की अवहेलना करने वालों पर जुर्माना लगाने का भी प्रावधान किया है। आपदा की स्थिति में मदद के लिए जिला आपदा नियंत्रण कक्ष के नंबरों के अलावा टोल फ्री नंबर 1077 पर संपर्क किया जा सकता है।
तापमान (डिग्री सेल्सियस में)
क्षेत्र अधिकतम न्यूनतम
ऊना 36.8 27.0
बिलासपुर 33.0 25.0
हमीरपुर 32.4 23.0
सोलन 32.0 22.0
चंबा 31.9 24.3
कांगड़ा 31.7 21.7
नाहन 30.0 24.1
धर्मशाला 28.0 21.2
केलांग 27.3 13.4
कल्पा 27.4 15.3
शिमला 25.3 18.7