विकासनगर(आरएनएस)। वीर शहीद केसरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर के छात्रों ने एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण किया। यह भ्रमण ऐतिहासिक स्थल पिंजौर, पंजाब के लिए रखा गया था। पिंजौर गॉर्डन को वर्तमान में यादवेंद्र गॉर्डन के रूप में भी जाना जाता है। इतिहास विभाग के प्रभारी डॉ. राकेश मोहन नौटियाल एवं सहायक आचार्य डॉक्टर अविनाश भट्ट द्वारा छात्रों को शैक्षणिक भ्रमण कराया गया। डॉ. नौटियाल ने बताया कि पिंजौर गॉर्डन को वर्तमान में यादवेंद्र गॉर्डन के रूप में भी जाना जाता है। बताया कि यह गॉर्डन अपनी हरियाली, फव्वारे के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इसका निर्माण औरंगजेब के ग्रीष्मकालीन निवास के रूप में बनाया गया था, लेकिन सटीक तारीख ज्ञात नहीं है। बताया कि शाहजहां के समय से मुगलों ने नुकीले मेहराबों का समर्थन करने वाले बलस्टर्ड स्तंभों वाले मंडपों को केवल सम्राट और उनके तत्काल परिवार के उपयोग के लिए आरक्षित किया था। इसलिए इसे संभवत औरंगजेब के ग्रीष्मकालीन निवास के रूप में व्यक्तिगत उपयोग के लिए बनाया गया था। बताया कि छात्र-छात्राओं को इंडियन एयरफोर्स हैरिटेज, म्यूजियम, द गवर्नमेंट म्यूजियम एंड आर्ट गैलरी तथा साइंस म्यूजियम देखने का अवसर भी प्राप्त हुआ। आईएएफ म्यूजियम ने भारतीय वायुसेना के पराक्रम की शौर्य गाथा का प्रदर्शन किया, जिसमें चिनूक, अपाचे, तेजस, जैगुआर, मिग 29, ब्रह्मोस, रोटेक्स इंजन इत्यादि के नमूने देखकर छात्र-छात्राओं के चेहरे खिल उठे। भ्रमण में दीपिका, रानी, प्रांजल, अंजू, करिश्मा,साक्षी, सनिता, शबाना ने हिस्सा लिया।
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